पता ही नहीं चला कब 10 साल गुजर गए…… मुट्ठी से रेत की तरह…….शायद उससे भी ज्यादा तेज……..ऐसे कि पलकें बंद कीं और खोलें तो एक दशक […]
पता ही नहीं चला कब 10 साल गुजर गए…… मुट्ठी से रेत की तरह…….शायद उससे भी ज्यादा तेज……..ऐसे कि पलकें बंद कीं और खोलें तो एक दशक […]
कुछ ज़ख्म कभी नहीं भरते ……………………! याद तो नहीं करना चाहता मगर भूलती भी तो नहीं वो रात…….अचानक मुंबई में आंतक का जो खेल शुरू हुआउसने पूरे […]
कुशीनगर जाने का कार्यक्रम भी अचानक बन गया….सुबह दीपक जी, स्वतंत्र जी और उनकी धर्मपत्नी के साथ चर्चा हुई कि क्यों न एक दिन कुशीनगर चला जाए………..सहमती […]
8 दिसम्बर महायान परंपरा में बोधि दिवस के रूप में मनाया जाता है. विदेशों में बोधि दिवस बड़े उत्साह से मनाया जाता है. जैसा कि हम सभी […]
टूटन भी एक प्रक्रिया है जो जीवन में लगातार चलती रहती है…..टूटन नहीं होगी तो सृजन कैसे होगा……..कभी दिल टूटता है तो कभी बंदिशें. कभी दरिया की […]
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशाँ होगा !! काकोरी कांड के नायकों राम प्रसाद बिल्स्मिल और अशफाक […]
रवायती ग़ज़ल लिखने में मैं खुद को बहुत असहज पाता हूँ………..रवायती ग़ज़लें इश्क, एहसास, शराब, शबाब, बेवफाई जैसे ख्यालों तक ही खुद को समेटी रहती हैं……….इधर ग़ज़लों […]
“ मेरा एहसास मेरे रू ब रू…….. “ लिखने और पोस्ट करने के बाद बमुश्किल सांस ले ही पायी थी कि 12-15 टिप्पणियां मिल गयीं…………! धन्यवाद सभी […]
साल की इससे बेहतर शुरुआत और क्या हो सकती थी………बरस 2010 के पहले दिन यानी 1 जनवरी को अजमेर में ख्वाज़ा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर सजदा […]
ब्लॉग पर इधर जिस तरह बेहतरीन ग़ज़लें लिखी जा रही हैं वो इस बात का सीधा संकेत करती हैं कि ग़ज़ल के प्रति न केवल पढ़ने, बल्कि […]