ज़ख्म जो अब तक भरा नहीं ………

कुछ ज़ख्म कभी नहीं भरते ……………………!

याद तो नहीं करना चाहता मगर भूलती भी तो नहीं वो रात…….अचानक मुंबई में आंतक का जो खेल शुरू हुआउसने पूरे देश में दहशत मचा दी थी. दस आतंकी और उनकी लेओपोल्ड कैफे , नरीमन पॉइंट…..ताज होटल जैसेस्थानों पर दहशतगर्दी……….! सांस साधे एनएसजी के जवानों का अभियान देखता देश…… बहरहाल 170 शहीदजिनमे 16 वे वीर पुलिस कर्मी भी थे जिन्होंने अपनी जान गवां दी …………साल गुजर गया है मगर ज़ख्म अभी तक भरा नहीं है…………!

जो हुआ अब कभी कहीं न हो…………नम आँखों से 26/11 की बरसी पर शहीदों को हमारी भावभीनी श्रद्धांजलि !

 

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