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आहटें

करीब पांच साल के बाद शायर पवन कुमार का नया मजमुआ ‘आहटें’ हमारे हाथ में है। 2012 में आई अपनी पहली किताब ‘वाबस्ता’ के हवाले से शायरी […]

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सिर्फ ज़रा सी जि’द की ख़ातिर अपनी जाँ से गुज’र गए

सिर्फ ज़रा सी जि’द की ख़ातिर अपनी जाँ से गुज’र गए एक शिकस्ता कश्ती लेकर हम दरिया में उतर गए तन्हाई में बैठे बैठे यूँ ही तुमको […]

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कुछ लतीफों को सुनते सुनाते हुए

कुछ लतीफों को सुनते सुनाते हुए उम्र गुज’रेगी हंसते हंसाते हुए अलविदा कह दिया मुस्कुराते हुए कितने ग“म दे गया कोई जाते हुए सारी दुनिया बदल सी […]

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