मेरे haiku
1
आसमान में,
सूरज चाँद तारे,
किसने टाँके ?
2
एक तरफा,
फैसला तुम्हारा भी,
मुझे मंज़ूर।
3
मिले हो तुम,
फ़िर से महेकेगी,
ये रात रानी।
4
अन्नान बोले-
अगला युद्ध होगा,
पानी के लिए।
5
टूटे सम्बन्ध,
लाख चाहो मगर,
जुड़ते नही।
6
भरी भीड़ में,
हरेक पे हावी था,
अकेलापन।
7
अखबार में,
खबरें नही ,सिर्फ़
विज्ञापन हैं।
8
पैसा नही है
सब कुछ, सिर्फ़ है
हाथ का मेल।
9
कागजी फूल
ही सजते हैं अब ,
गुलदानों में
10
कैसे dekhun मैं
तुम्हारी नज़रों से ,
कायनात को।
11
मुश्किल वक्त,
ज़रूर गुजरेगा,
धैर्य तो रखो।
12
कोशिश तो की,
मगर उदा न सका,
फ़िक्र धुँए में।
१३
भीग जाता हूँ
अंतर्मन तक मैं
भीगी ऋतू में।
१४
स्वाद रिश्ते का
काश मीठा हो जाता,
चलते वक्त।
१५
अवसर था-
खो दिया ,अब तो था
पछताना ही।
१६
थक जाती हैं
राहें भी,साथ -साथ
चलते हुए।
१७
सिर्फ़ अच्छाई
याद रह जाती है
मौत के बाद।